tag:blogger.com,1999:blog-6527133206451530608.post8652589391459210997..comments2023-10-24T13:10:35.344+05:30Comments on सागरिका: तेलुगु काव्य प्रभाGurramkonda Neerajahttp://www.blogger.com/profile/15380939804304000823noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-6527133206451530608.post-88528034300800540012010-07-29T12:29:31.495+05:302010-07-29T12:29:31.495+05:30बहुत ही अच्छा विशलेषण आपने प्रस्तुत किया है . सच म...बहुत ही अच्छा विशलेषण आपने प्रस्तुत किया है . सच में अनुवादक ने बिना किसी भेद भाव के जो अच्छा लगा उसे परोसने का काय किया . इस अनुवाद में मुझे बहुत से नये विमर्शो की जानकारीय भी अपने भिन्न रूप में मिली .बलविंदरhttps://www.blogger.com/profile/01868160514388255758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6527133206451530608.post-61270800714497549822010-07-29T11:14:39.153+05:302010-07-29T11:14:39.153+05:30@ पी.एन. सुब्रह्मन्यन
आपको समीक्षा अच्छी लगी. ...@ पी.एन. सुब्रह्मन्यन <br /><br />आपको समीक्षा अच्छी लगी. मैं आभारी हूँ. पर तेलुगु कहावत का इस समीक्षा से क्या संबंध है ? समझने में असमर्थ हूँ .<br /><br />@ डॉ.बी.बालाजी<br /><br />धन्यवाद . आपका मजाक भी अच्छा लगा .<br /><br />_ जी.नीरजाGurramkonda Neerajahttps://www.blogger.com/profile/15380939804304000823noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6527133206451530608.post-86088267658123621652010-07-28T23:44:11.535+05:302010-07-28T23:44:11.535+05:30जी.परमेश्वर की अनूदित पुस्तक पर आपकी समीक्षा पढ़ी ...जी.परमेश्वर की अनूदित पुस्तक पर आपकी समीक्षा पढ़ी . ५६ कवियों की ५६ कविताओं का अनुवाद याने क्या नाना पाटेकर की अबतक ५६ फिल्म तो नहीं. खैर मजाक फिर कभी.<br />समीक्षा अच्छी है. ''भारतीय भाषाओं के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी अनुवाद के माध्यम से हो रहा है।'' अनुवाद के माद्यम से ही यह कार्य संभव है.<br />- डॉ.बी.बालाजीडॉ.बी.बालाजीhttps://www.blogger.com/profile/10536461984358201013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6527133206451530608.post-84739497701670400512010-07-28T19:06:46.125+05:302010-07-28T19:06:46.125+05:30इस जानकारी के लिए आभार. ఎలుగుబంటి తోలు తెచ్చి ఎందా...इस जानकारी के लिए आभार. ఎలుగుబంటి తోలు తెచ్చి ఎందాక ఉతికిన నలుపు నలుపే గాని తెలుపు రాదు.PN Subramanianhttp://mallar.wordpress.comnoreply@blogger.com