सोमवार, 8 फ़रवरी 2021

'नई कविता : साहित्यिक और सामाजिक संदर्भ' पर व्याख्यान

 

हिंदी विभाग, तमिलनाडु केंद्रीय विश्वविद्यालय, तिरुवारूर, तमिलनाडु द्वारा आयोजित एकदिवसीय व्याख्यान में विषय विशेषज्ञ के रूप में प्रतिष्ठित तेवरीकार, कवि, भाषाविद, समीक्षक और शिक्षाविद प्रो. ऋषभदेव शर्मा ने "नई कविता: साहित्यिक और सामाजिक संदर्भ" पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला.

उनके व्याखान का सार संक्षेप यहाँ प्रस्तुत किया जा रहा है.

1. सामाजिक संदर्भ के बदलने से लोगों की चित्तवृत्ति बदलती है. साथ ही साहित्य का संदर्भ भी बदल जाता है.

2. दुनिया भर में घटित परिवर्तनों से भी जनता की चित्तवृत्ति में परिवर्तन आता है.

3. तार सप्तकीय प्रयोगवादी कविता एक तरह से 'नई कविता' की भूमिका है.

4. नई कविता को दो मुख्य धाराओं में विभाजित किया जा सकता है -
(अ) आत्मनिष्ठ या व्यक्तिनिष्ठ धारा और
(आ) समाजनिष्ठ या जनवादी धारा. इन दोनों धाराओं ने नई कविता को विस्तार दिया.

5. नई कविता एक आंदोलन के रूप में उस काल खंड का एक हिस्सा है अर्थात स्वतंत्रता प्राप्ति से लेकर इमर्जेंसी लगने तक का समय.

6. नई कविता का सामाजिक संदर्भ उसके साहित्यिक अवदान का आधार बनाकर अभिव्यक्ति पक्ष में ढलता है.

7. नई कविता में 'नई' शब्द नवीन या काल सापेक्ष न रहकर विशिष्ट/ नए भाव बोध को व्यक्त करता है तथा 'कविता' शब्द अभिव्यक्ति के नए माध्यम और नए शैली रूपों को व्यक्त करता है.

8. 1920 में डी. एच. लारेंस ने 'न्यू पोयट्स' शीर्षक पुस्तक का संपादन किया. यहीं से नवलेखन के संदर्भ में 'न्यू/ नया' शब्द की शुरूआत हुई।

9. 1950 के आसपास समसामयिक कविता को 'न्यू पोयट्री/ न्यू वर्स' कहा जाने लगा. इसमें 'नई कविता' के वैश्विक साहित्यिक संदर्भ के सूत्र निहित हैं।

10. जी. एस. फ्रेज़र ने उस समय के नए काव्य को 'न्यू मूवमेंट' कहा.

11. डेनाल्ड हाल ने नए अमेरिकी काव्य को 'न्यू पोयट्री' कहा.

12. 1952 में आकाशवाणी, पटना के एक प्रसारण में अज्ञेय ने 'नई कविता' शब्द का प्रयोग किया. इससे पहले इलाहाबाद की 'परिमल' नामक संस्था द्वारा आयोजित एक गोष्ठी में पहली बार इस पदबंध का प्रयोग हुआ था।

13. डॉ. रामविलास शर्मा: “अज्ञेय ने सन् '37 में निराला के लिए जो लिखा था “एज ए लिटररी फोर्स, एट ऐनी रेट, निराला इज़ आलरेडी डेड", वही बात सन् '61 की नई पीढ़ी ने अज्ञेय के लिए दुहराई।"

14. 'नई कविता' की विशिष्ट संवेदना या साहित्यिक व सामाजिक लक्ष्य हैं -
¶ आधुनिक सभ्यता के आंतरिक संघर्ष की अभिव्यक्ति
¶ वैज्ञानिक एवं रूढ़ चिंतन के बीच टकराव की अभिव्यक्ति
¶ परंपरा का पुनर्मूल्यांकन
¶ बढ़ते मशीनीकरण के प्रभाव की अभिव्यक्ति
¶ युद्ध की विभीषिका का चित्रण
¶ इकाई व्यक्ति को महत्व

15. नई कविता में इकाई व्यक्ति के अस्तित्व के लिए संघर्ष है, जिजीविषा है.

16. 1990 के बाद जो विमर्शीय कविता उभरी, उसकी भूमिका नई कविता के अस्तित्व/ अस्मिता की खोज वाले मूल्य से तैयार होती है.

17. नई कविता में जहाँ 'व्यक्ति' की जिजीविषा और अस्तित्व के संघर्ष की बात है, वहीं आगे चलकर विमर्शीय कविता में यह व्यक्ति हाशियाकृत समुदाय में बदल जाता है. उस समुदाय की जद्दोजहद ही विमर्श है. जैसे स्त्री/ दलित/ अल्पसंख्यक/ आदिवासी/ इतरलिंगी विमर्श।


1 टिप्पणी:

wasemegabrielli ने कहा…

JSMH CASINO & CASINO - Hotel & Travel - KT Hub
JSMH CASINO & CASINO - Las Vegas Hotel and Travel. 안성 출장샵 Las Vegas, 진주 출장샵 Nevada. $77. JSMH CASINO & CASINO. 안양 출장샵 JSMH CASINO. 속초 출장안마 1 JCM HUB. 용인 출장샵