मंगलवार, 30 अक्तूबर 2018

चाणक्य वार्ता सम्मान - 2018

'चाणक्य वार्ता' का तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश विशेषांक का लोकार्पण 
28 अक्टूबर, 2018 को हैदराबाद गच्चिबावली में स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड हॉस्पिटालिटी मैनेजमेंट में अपराह्न 3.30 बजे आयोजित 'चाणक्य वार्ता' के 'तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश विशेषांक' का विमोचन कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम का निमंत्रण देते हुए पत्रिका के संपादक डॉ.अमित जैन ने फोन किया था तो मैंने उनसे कहा कि मैं कार्यक्रम में जरूर आऊँगी क्योंकि नई दिल्ली से हैदराबाद आकर तेलंगाना और आंध्र से संबंधित विशेषांक का विमोचन करना हम हैदराबादवासियों के लिए गौरव की बात है। उस कार्यक्रम में उपस्थित रहना हमारी नैतिक ज़िम्मेदारी है। उन्होंने यह भी सूचना दी कि विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्थाओं और व्यक्तियों का सम्मान भी किया जाएगा। बातों-बातों में उन्होंने मुझसे कहा कि तेलुगु साहित्य लेखन और हिंदी अध्यापन के लिए 'आचार्य चाणक्य सम्मान - 2018' के लिए चार-पाँच व्यक्तियों ने मेरा नाम नामित किया है और इस सम्मान के लिए मेरा नाम चयनित किया गया है तो मैं निःशब्द हो गई।

डॉ. अमित जैन,
संपादक 'चाणक्य वार्ता' 
कार्यक्रम भव्य था। जब मैं समारोह स्थल पर पहुँची तो एक क्षण के लिए मुझे लगा कि कहीं मैं गलत स्थान पर तो नहीं पहुँच गई। लेकिन जब अंदर पहुँचकर बैनर देखा तो निश्चिंत हुई। इतने में डॉ. अमित जैन जी से मुलाकात हो गई। पहली बार मिले लेकिन उनकी आत्मीयता के कारण ऐसा नहीं लगा कि हम अपरिचित थे। 

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के आते ही कार्यक्रम शुरू हुआ। लक्ष्मीनारायण भाला की अध्यक्षता में संपन्न इस कार्यक्रम में स्वामी परिपूर्णानंद, डॉ. कृष्ण चंद्र चौराड़िया, डॉ. अमित जैन, डॉ. नरेंद्र, धनराज भांभी व अन्य उपस्थित रहें। 'चाणक्य वार्ता' के तेलंगाना और आंध्र प्रदेश विशेषांक का लोकार्पण हुआ। सम्मान कार्यक्रम शुरू हुआ। विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान हेतु चार संस्थाओं को, हिंदी और तेलुगु साहित्य के विभिन्न विद्वानों को तथा मीडियाकर्मियों को लगभग 25 लोगों को सम्मानित किया गया। 

दक्षिण में हिंदी प्रचार-प्रसार करके घर-घर में हिंदी की मशाल जलाकर असंख्य विद्यार्थियों को हिंदी सीखने का अवसर प्रदान करने हेतु दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, हैदराबाद को 'आचार्य चाणक्य सम्मान - 2018' से सम्मानित किया गया। सभा के प्रतिनिधि के रूप में सचिव सी. एस. होसगौडर ने यह सम्मान स्वीकार किया।

अश्विनी कुमार चौबे के हाथों 
'आचार्या चाणक्य सम्मान - 2018' स्वीकार करते हुए 
प्रो. ऋषभ देव शर्मा 

श्रद्धेय गुरुवर प्रो. ऋषभ देव शर्मा को हिंदी साहित्य लेखन, शोध एवं हिंदी प्रचार हेतु सम्मानित किया गया। प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. अहिल्या मिश्र, लघुकथाकार पवित्रा अग्रवाल, चित्रकार नरेंद्र राय और हास्य-व्यंग्य कवि वेणुगोपाल भट्टड के साथ मुझे भी सम्मानित किया गया।
अश्विनी कुमार चौबे के हाथों सम्मान स्वीकार करते हुए 

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