[ई-पीजी पाठशाला : गुर्रमकोंडा नीरजा : ई-पाठ : 5] लोक साहित्य के अध्ययन की पाश्चात्य परंपराः स्वरूप और धाराएँ
ई-पाठ लेखक : डॉ. गुर्रमकोंडा नीरजा.
प्राध्यापक, उच्च शिक्षा और शोध संस्थान, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, खैरताबाद, हैदराबाद प्रस्तुतकर्ता : डॉ. देवराज,
अधिष्ठाता, अनुवाद विद्यापीठ, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
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