लोग अक्सर कहते हैं
राजनीति एक खेल है
पर मेरे पापा कहते हैं
यह एक कमर्शियल फिल्म है
बहुमुखी प्रतिभा संपन्न इस फिल्म के हीरो है
रोज एक नया किरदार निभाता है
रोज एक नया नाम बदलता है
और हीरोइन तो हुकूमत की कुर्सी है भैया !
वह तो है अपनी जगह
न हिलती है न डुलती है
बड़ी शान से बैठी है
सांसद सपोर्टिंग आर्टिस्ट हैं
पार्टी के उम्मीदवार हैं प्रोड्यूसर्स और फाइनैन्सर्स
डाइरेक्टर है बिग बॉस
मीडिया है पब्लिसिटी स्टंट
टिकट खिड़की पर फिल्म
हिट हो गई तो "सत्ता पक्ष"
नहीं तो "विपक्ष"
इस फिल्म के बारे में खूब सूना है
लेकिन देखने के लिए सेंसर का कहना है
- "ओन्ली फर इंटेलेक्च्युअल्स"
2 टिप्पणियां:
हिट है यह फिल्मीकरण्
बहुत बढ़िया!!
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