बुधवार, 5 फ़रवरी 2014

साजिश

तेलुगु मूल : कालोजी नारायण राव 
अनुवाद : गुर्रमकोंडा नीरजा 

चालीस लोगों ने या चार नक्सलियों ने
अत्यंत गोपनीय ढंग से
रची साजिश,
असल में भूमिगत – प्रकट में रहस्य !
साजिश !
प्रधानमंत्री इंदिरा की सरकार को
जड़ से उखाड़ फेंकने की साजिश!
सरेआम सशस्त्र संघर्ष चलाने की साजिश!
फिर भी गाय-बछड़े की सरकार के
जासूसों ने सूँघ ही लिया
षड्यंत्र.
दर्ज किया कोर्ट में केस
गवाह हैं पाँच सौ;
पाँच सौ गवाहों के समक्ष
रहस्यमय साजिश !
भयंकर खतरनाक साजिश !
पाँच सौ गवाह;
कैसी साजिश ! सरकारी साजिश
झूठे मुक़दमे की सुनवाई
चल सकती है कोर्ट में चार-पाँच सालों तक.
मृत्युदंड या उम्रकैद की धाराओं के तहत
दोष का अभियोग.
क्या कुछ लोगों को हो नहीं सकती फाँसी –
और कुछ को उम्रकैद की सजा –
बाकी के बरी हो जाने पर भी
धाराओं के तहत चार पाँच बरस का कारावास तो तय है.
भयंकर साजिश – सरकारी साजिश का मुकदमा
प्रजाहित के लिए – साजिश !
श्रेष्ठ राज्य के लिए – साजिश !!

(1973 : प्रगतिशील रचनाकार वरवरराव और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ सरकार द्वारा ‘सिकंदराबाद का झूठा मुकदमा’ दर्ज किए जाने की प्रतिक्रिया में रचित)

* मेरी आवाज (पद्मविभूषण डॉ. कालोजी नारायण राव की चयनित कविताएँ)/ 2013/ आंध्र प्रदेश हिंदी अकादमी, हैदराबाद/ पृ. 136

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